
बलरामपुर/(शोएब सिद्दिकी) देश के लिए जान कुर्बान करने वाले वीर शहीदों की याद में बने बलरामपुर मुख्यालय स्थित शहीद पार्क की हालत इन दिनों बेहद दयनीय हो गई है। जहां यह पार्क श्रद्धा और प्रेरणा का प्रतीक होना चाहिए था, वहीं आज इसकी बत्तियाँ बुझते नजर आ रही हैं, दीवारें बदरंग हैं और चारों ओर गंदगी पसरी पड़ी है।

सबसे चिंताजनक बात यह है कि पार्क के सामने ठेले और खोमचे वालों ने डेरा डाल लिया है, जिससे न केवल पार्क की सुंदरता पर असर पड़ा है, बल्कि गंदगी का अंबार भी लगने लगा है। पार्क परिसर में जगह-जगह कूड़ा फैला हुआ है, लेकिन नगर पालिका का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
स्थानीय निवासी बताते हैं, “शाम होते ही पार्क में इक्के दुक्के लाइट जलती है क्योंकि लाइटें या तो बंद हैं या खराब हो चुकी हैं।
नागरिकों ने कई बार नगर पालिका अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिले, कार्रवाई शून्य रही। शहीदों की स्मृति में बने इस स्थल की अनदेखी लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर रही है,वही शहीदों के परिजनों में भी भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।

अब सवाल यह उठता है कि क्या नगर पालिका और जनप्रतिनिधि तब जागेंगे जब यह ऐतिहासिक स्थल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा? या फिर शहीदों की कुर्बानी की यादें यूं ही अंधेरे और गंदगी में खो जाएंगी?
