
वनमंडलाधिकारी आलोक कुमार बाजपेयी की अगुवाई में चित्र, शब्द और कदमों से फैला वन्यजीव संरक्षण का संदेश – Anti Snare Forest Walk से गूंजे जंगल के रास्ते

बलरामपुर/रामानुजगंज(आफताब आलम) विश्व हाथी दिवस पर रामानुजगंज की वनवाटिका आज संरक्षण की नई चेतना से सराबोर रही। वनमंडलाधिकारी आलोक कुमार बाजपेयी के नेतृत्व में आयोजित इस विशेष आयोजन ने न सिर्फ बच्चों को, बल्कि पूरे समाज को वन्यजीवों के संरक्षण का संकल्प दिलाया।
कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, माँ शारदा विद्या निकेतन, चाइल्ड एजुकेशन स्कूल, सांई बाबा पब्लिक स्कूल, शासकीय माध्यमिक शाला कोईरीटोला और सुभद्रा मेमोरियल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता में अपनी रचनाओं के जरिये जंगल और हाथियों के संरक्षण का पैगाम दिया।

प्रतियोगिता में पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल वर्ग के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण के बाद अधिकारियों, शिक्षकों, हाथी मित्र दल और विद्यार्थियों ने Anti Snare Forest Walk निकालकर शिकार-रोधी जागरूकता का बिगुल फूंका।

विशेष पहल के तहत हाथी मित्र दल को जंगल भ्रमण के दौरान सुरक्षा के लिए चरणपादुका प्रदान की गईं।
वनमंडलाधिकारी बाजपेयी ने कहा – “हाथी केवल जंगल की शान नहीं, बल्कि प्रकृति की जीवन-रेखा हैं। उनका संरक्षण हमारे भविष्य की गारंटी है।”
यह आयोजन साबित करता है कि जब बच्चे जंगल की भाषा समझते हैं, तो पूरा समाज बदलने की क्षमता रखता है।

