
डीएफओ आलोक बाजपेयी की अगुवाई में जंगल में गूंजा संरक्षण का संकल्प – विश्व हाथी दिवस पर बच्चों ने बढ़ाया संरक्षण का कदम
बलरामपुर/ (शोएब सिद्दिकी) वनमण्डलाधिकारी बलरामपुर आलोक कुमार बाजपेयी के नेतृत्व में विश्व हाथी दिवस (12 अगस्त 2025) के अवसर पर वनवाटिका रामानुजगंज में एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संरक्षण, शिक्षा और जागरूकता का शानदार संगम देखने को मिला।
रेंजर निखिल सक्सेना के प्रयासों से आयोजित इस कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, माँ शारदा विद्या निकेतन, चाइल्ड एजुकेशन स्कूल, साईं बाबा पब्लिक स्कूल, शासकीय माध्यमिक शाला कोईरीटोला और सुभद्रा मेमोरियल स्कूल के विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता रही, जिसमें पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल स्तर के विद्यार्थियों ने हाथियों के संरक्षण और पर्यावरण बचाने का संदेश अपने शब्दों और रंगों में व्यक्त किया। डीएफओ आलोक बाजपेयी ने विजेताओं को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा—
हाथियों का संरक्षण केवल वन विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य है। बच्चों की यह पहल भविष्य के लिए एक मजबूत नींव है।
कार्यक्रम के बाद अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों, हाथी मित्रदल और विद्यार्थियों ने Anti Snare Forest Walk में भाग लिया, जिसमें जंगल में अवैध फंदों को हटाने और वन्यजीवों की सुरक्षा का संदेश दिया गया।

विशेष पहल के तहत हाथी मित्रदल के सदस्यों को जंगल भ्रमण के दौरान सुरक्षा के लिए चरणपादुका प्रदान की गई, ताकि वे अपने कार्य को और प्रभावी ढंग से निभा सकें।
इस मौके पर रेंजर निखिल सक्सेना ने कहा—
जब प्रशासनिक नेतृत्व और जनसहयोग मिलते हैं, तो जंगल और वन्यजीवों के लिए असंभव भी संभव हो जाता है।
यह कार्यक्रम साबित करता है कि डीएफओ आलोक बाजपेयी के नेतृत्व में वन विभाग न केवल कानून लागू कर रहा है, बल्कि अगली पीढ़ी में संरक्षण की भावना भी जगा रहा है।

