
कुएं मे बोरी में भरी हुई अज्ञात लाश का मिलना
एफ.एस.एल. टीम का मौके पर आना, शव की पहचान लक्ष्मण केरकेट्टा के रूप मे होना
मृतक का गांव की सुमित्रा से प्रेम विवाह करना, इसी से नाराज रहना ससुर का।
कुसमी/स्टेट हेड (फिरदोश आलम) मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 28/01/2024 को काईम मिटिंग दौरान थाना प्रभारी कुसमी निरीक्षक जितेन्द्र जायसवाल को जरिये मोबाईल सूचना मिली कि ग्राम हरी के कुंआ के पानी के उपर एक अज्ञात व्यक्ति का लाश दिख रहा है। जिसमें सिर तरफ बोरी ढका हुआ है। थाना प्रभारी द्वारा तत्काल इसकी सूचना श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी महोदय को देने पर श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय बलरामपुर के निर्देशानुसार थाना कुसमी से उनि. बी. एन. शर्मा के हमराह पुलिस बल ग्राम हरी पहुंचा जहां पाया की महेश के कुंआ में एक लाश तैर रहा है जिसे देखकर ग्रामवासी नहीं पहचान पाये, परंतु ग्राम हरी से लक्ष्मण केरकेट्टा काफी दिनों से नहीं दिखा है। ग्रामवासी लक्ष्मण केरकेट्टा का शव होना शक जाहिर किये। कि मौके पर प्रार्थी सनमान पिता स्व. बोलो राम जाति उरांव उम्र 65 वर्ष के रिपोर्ट पर देहाती नालसी तैयार किया जाकर हत्या का आशंका होने पर अंबिकापुर से एफएसएल टीम के वैज्ञानिक अधिकारी एस. के. सिंह के साथ मौके पर ग्राम हरी पहुंचकर बिना नंबरी अपराध एवं अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302, 201 भादवि. का बिना नंबरी अपराध पंजीबद्ध किया गया।

विवेचना के दरम्यान पाया गया कि फदू तिर्की जो हरी का ही है उसकी बेटी सुमित्रा को 12-13 वर्ष पूर्व दोनों आपस मे प्रेम कर बिना विवाह किये पति पत्नि के रूप मे रह रहे हैं और इस बात को इतना लम्बा अरसा बीत जाने के बाद भी फदू राम आज तक सामान्य नहीं हुआ है और मृतक लक्ष्मण अपनी पत्नि बच्चों को लेकर बचवार शंकरगढ़ मे किराये से रहता है। और दोनों का संबंध भी अच्छा है और जिस स्थिति मे शव कुएं में पाया गया उससे स्पष्ट है कि आरोपी एक से अधिक हैं। तथा मृतक की बहन अमृता के पास फदू का फोन कर पूछना कि लक्ष्मण को हरी से बचवार भेज दो। जो फदू कभी भी लक्ष्मण के घर वालों से कभी बात नहीं करता था, यहां भी उसका बात करना संदेह को जन्म दिया तथा पाया गया कि करीब 15 दिन पूर्व मृतक अपनी सास के हाथ मे मार दिया था तब फदू द्वारा ग्राम कोटवार विजय एवं चंदर के पास लक्ष्मण को समझाने के लिए कहना एवं जब शव कुआं में मनरूप द्वारा देखा गया और बगल मे खड़े फदू के चचेरे भाई सुखना को देखने के लिए बुलाया तो वह बिना आये वहां से देखे बिना चला गया। इसी संदेह के आधार पर फदू राम एवं सुखना को अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ करने पर हीलाहवाला करते हुए सख्ती से पूछने पर बताये कि फदू इसकी बेटी को पत्नि को लक्ष्मण द्वारा पत्नि बनाकर रख लेने तथा इसके पत्नि के साथ मारपीट करने की वजह से तथा
सुखना द्वारा बताया कि इसके साथ हमेशा लक्ष्मण लड़ाई झगड़ा करता था। करीब साल भर पहले इसे मार दिया था तो कान से खून निकल गया था और दिनांक 23/01/2024 को जब फदू और सुखना दोनों रात खाना बना रहे थे उसी समय करीब 9.30 बजे लक्ष्मण नशे में आकर सुखना के साथ चूल्हा के पास मारपीट किया। इसी से नाराज फदू लकड़ी के पीड़ा से लक्ष्मण के छाती में कई बार मार दिया और सुखना टांगी से चेहरे मे मारा और कई बार गिरे हुए लक्ष्मण की छाती में लात से प्रहार किया। लक्ष्मण की मृत्यु हो जाने पर दोनों भाई मिलकर शव को गांव के महेश के कुआं के पास ले जाकर रात में ही प्लास्टिक की रस्सी से गले एवं कमर को छाती में करीब 10 किलो का साईज पत्थर रखकर बोरा में भरकर कुआं में फेंक दिये। दोनों आरोपियों का मेमोरण्डम कथन लेखकर घटना में प्रयुक्त लोहे की टांगी एवं पीढ़ा जप्त किया जाकर दोनों आरोपियों के द्वारा उक्त अपराध घटित करना पाये जाने एवं उनके स्वीकार करने से दिनांक 29/01/2024 के क्रमशः 18.15, 18.30 बजे अपराध धारा सदर में विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
प्रकरण की सम्पूर्ण विवेचना एवं आरोपी की गिरफ्तारी मे थाना प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र जायसवाल के साथ उप निरीक्षक बी. एन. शर्मा, आरक्षक क्रमांक 1073 जगमोहन तिर्की, आर. 681 संजय साहू की भूमिका सराहनीय रही।