
कोरबा-बांकीमोंगरा/(फिरत दास महंत) बांकीमोंगरा बस स्टैंड के समीप सुलभ शौचालय की खबर कई बार चलने के बावजूद जिम्मेदार ठेकेदार का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है। खबर लगने पर खानापूर्ति के लिए साफ-सफाई करवाया जाता है फिर दुसरे दिन वहीं हाल जो हमेशा रहता है। एक तरफ कोरबा जिले में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं दुसरे तरफ़ सुलभ शौचालय में स्वच्छता अभियान का धज्जियां उड़ते नजर आ रहे। इस सुलभ शौचालय के अंदर आसपास के लोग जाने से कतरा रहे हैं। क्योंकि यहां सफाई नहीं , सुलभ के अदंर हमेशा पानी भरा रहता है साथ ही सुलभ शौचालय के अदंर बने बाथरूम के कमरे भी काफी जर्जर है कमरे के छज्जे कभी भी गिर सकता है और बड़ी दुर्घटना भी हो सकता है जिसमें आसपास के लोग अंदर जाने से डरे सहमे है। आपकों बता दें कि सुलभ शौचालय के समीप सिटी बस स्टैंड, आटो स्टैंड सहित आसपास में बड़े–छोटे व्यापार संचालित है जिसमें महिला–पुरुष काम करते हैं एवं मुख्य मार्ग व सब्जी मार्केट सहित क्लीनिक भी है। क्लीनिक में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। लेकिन इन सब लोगों को सुलभ शौचालय की सुविधा सही तरह से नहीं मिल रही है। यहां तक की सुलभ शौचालय की ठेकेदार जांच करने भी नहीं आते इस तरह की रवैया से लगता है कि सुलभ शौचालय भगवान भरोसे है। जानकारी के अनुसार सुलभ शौचालय में साफ-सफ़ाई से लेकर मेंटनेंस कार्य के लिए शासन की ओर से रुपए भी आते हैं मगर वह रुपए ठेकेदार द्वारा डकार लिया जा रहा है। यहां कि सुलभ शौचालय में प्रतिदिन समय अनुसार एक (चौकीदार) कर्मचारी को रखा जाता है मगर यहां की चौकीदारी बैठते नजर नहीं आते। जबकि चौकीदार को ठेकेदार के द्वारा पेमेंट दिया जाता है , जब ठेकेदार द्वारा लापरवाही किया जा रहा है तो चौकीदार क्या करे। आखिर में कब सुलभ शौचालय का सुविधा बेहतर होगा, साफ- सफ़ाई मुक्त मिलेगा। बड़ी दुःख कि बात यह भी है की इस क्षेत्र के पार्षद भी लापता हैं इस सुलभ शौचालय की शिकायत क्षेत्र के लोगो़ के द्वारा पार्षद को कई बार किया जा चुका है मगर पार्षद इस ओर कभी ध्यान देते नजर नहीं आ रहे। जिससे यह लगता है कि सुलभ शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट में चढ़ चुका है।