
कटघोरा/ब्यूरो(फिरत दास महंत) 8 मार्च 2024 को उनके गृह ग्राम मोहनपुर (कटघोरा ) पहुचकर प्रांतीय पनिका समाज छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ललित कुमार मानिकपुरी ने पदाधिकारी के साथ दी उन्हें सजल नेत्रों से सादर भावांजलि।
मानव जीवन नश्वर एवं क्षणभंगुर है।और यदि अजर अमर है तो उसकी आत्मा। इस संदर्भ में अखिल ब्रह्मांड के नायक श्री सद्गुरु कबीर साहेब का यह कथोप कथन अकाट्य है,जिसका भावार्थ है रहना नहीं यह देश बिराना है,यह संसार कागद की पुड़िया,बूंद परे धूल जाना है।

इसलिए प्रत्येक मनुष्य को यह चाहिए कि,वे जीवन के अच्छे और बुरे कर्मों का बोध कर अच्छाई का वरण करे।और यही जीवन की सार्थकता है। यह विचार है प्रांतीय मानिकपुरी पनिका समाज छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ललित कुमार मानिकपुरी का जिसे उन्होने छत्तीसगढ़ सद्भाव पत्रकार संघ के जिला उपाध्यक्ष एवं समाज के जिला प्रवक्ता श्री फीरत दास महंत एवं श्रीमती जन कुंवर की सतलोकी लाडली बिटिया,व सामाजिक वरिष्ठ श्री चतुर दास महंत,श्रीमती तिलमत महंत की ,, प्रपौत्री एवं कु,गामिनी महंत की , प्रिय बहना रही कु,मानसी महत की प्रथम पुण्यतिथि के लिये आयोजित श्रद्धांजलि सभा में व्यक्त किया।

इस अवसर पर ,जिला व क्षेत्र से बडी संख्या में आए सामाजिक व परिवारजनों,विशिष्ट जनों, शुभचिंतकों ने सर्वप्रथम सतलोकी कू,मानसी के तैल चित्र पर श्रद्धा सुमनअर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन धारण कर ,श्री सद्गुरु कबीर साहेब से यह प्रार्थना की गई की सतलोकी, आत्मा को सदगति,प्रदान कर उनके शोकाकुल परिवार के,प्रति आशीष छाया और कृपा दृष्टि बनाए रखे जिससे कि घर परिवार में सुख शांति प्रेम सद्भाव अमन चैन कायम रहे। कार्यक्रम के दौरान,ग्राम डोंगरी से पधारे विद्वान महंत श्री चंद्रभान दास एवं दीवान श्री के पुनीत कर कमलो से दिवंगत मानसी की पुण्य स्मृति में बनाए गए मठ पूजा के साथ निशान पूजा की गई। तथा निवास में सात्विक चौका आरती का कार्यक्रम श्री सद्गुरु कबीर साहेब के शब्द साखी रूपी गायन वादन के मधुर संगीत के साथ विधि विधान से संपन्न हुआ। जहां उपस्थित जन समुदाय ने,महंत श्री के हाथों चौका का पान प्रसाद पाकर,भोजन प्रसाद भी ग्रहण किए। तदोपरांत परिवार प्रमुख ने महंत दिवान सहित अतिथियों को पुण्य दान दक्षिणा देकर उनका आतिथ्य सत्कार किया।