गौ चरागन की जमीन पर चखना सेंटर खोलने की तैयारी, खोखरा के ग्रामीणों ने किया इसका विरोध..

कलेक्टर से गौ चरागन की जमीन पर चखना सेंटर न खोलने की मांग..

जांजगीर-चांपा/रिपोर्टर (दीपक यादव) छत्तीसगढ़ में सभी जगह शराब भट्ठियों में शराबी प्रेमियों के लिए चखना सेंटरों पर बैठकर शराब पीने के लिए व्यवस्था कर दी गई हैं और अब चखना सेंटरों का ठेका हो चुका हैं वही अब चखना दुकान खोलने के लिए जगह चिन्हांकित किया जा रहा हैं,

दरसल जांजगीर जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत खोखरा में मुक्तिधाम से लगे देशी और अंग्रेजी शराब दुकान संचालित हैं,अब चखना सेंटर ठेका होने के बाद चखना सेंटर खोलने के लिए जगह चिन्हांकित किया जा रहा हैं, ग्राम पंचायत के कुछ व्यक्तियों के द्वारा ठेकेदार से मिलकर चखना सेंटर खोलने के लिए शराब दुकान के ठीक सामने गौवंशियों के गौ चरागन की जमीन पर कुछ हिस्सों को चखना सेंटर खोलने के लिए चिन्हांकित किया जा रहा हैं जिसका ग्रामीण विरोध करते हुए जांजगीर चांपा के कलेक्टर आकाश छिकारा से शिकायत के माध्यम से गौ चरागन की जमीन पर चखना सेंटर न खोलने की मांग की हैं और उस जगह पर तत्काल रोक लगाते हुए चखना सेंटर को शराब दुकान के पीछे खोलने की मांग की हैं,

ताकि गौवंशियो के लिए गौ चरागन की जमीन सुरक्षित रहे,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम के ही कुछ व्यक्तियों द्वारा अपने निजी फायदे के लिए चखना सेंटर खोलने ठेकेदार से मिलकर जगह चिन्हांकित किया जा रहा हैं ताकि ठेकेदार को गौ चरागन की शासकीय जमीन पर अपना कब्जा बताकर चखना सेंटर के ठेकेदार से हर महीने पैसा किराया वसूल सके , जबकि नियम यह हैं कि शराब भट्टी से लगे आहाता के अंदर ठेकेदार को चखना सेंटर खोलकर उसे संचालित करना हैं, चखना सेंटर खोलने के लिए जगह चिन्हांकित कर बकायदा ग्राम पंचायत में पहले प्रस्ताव किया जाना हैं तब जाकर ठेकेदार चखना सेंटर संचालित कर सके ताकि चखना सेंटर का किराया पंचायत में जा सके,मगर यहां ऐसा कुछ नियम के तहत काम दिखाई नहीं दे रहा हैं, गांव के ग्रामीणों का कहना हैं कि यहां तो गांव के कुछ व्यक्तियों के द्वारा शासकीय गौ चरागन की जमीन को अपना बताकर दबंगई पूर्वक काम शुरू करवाया जा रहा हैं, गांव में यह भी बात निकलकर सामने आ रही हैं कि शराब भट्टी के पीछे की शासकीय जमीन पर भी अपना कब्जा बताया जा रहा ताकि चखना सेंटर खुलने के बाद अन्य व्यक्तियों के द्वारा किराए की हर महीने का पैसा वसूल सके,जबकि नियम की बात करे तो पहले ग्राम पंचायत में जगह चिन्हांकित कर प्रस्ताव किया जाता हैं,उसके बाद चखना सेंटर संचालित किया जाता हैं,ताकि किराए का पैसा ग्राम पंचायत के खाते में जमा हो सके,मगर यहां तो कुछ और नजारा देखने को मिल रहा , गांव के कुछ व्यक्तियों के द्वारा दबंगई पूर्वक मनमाने तरीके से शासकीय गौ चरागन की जमीन पर चिन्हांकित कर चखना सेंटर के ठेकेदार को चखना सेंटर चलाने के लिए जगह दिया जा रहा हैं मगर जैसे ही ग्रामीणों को पता चला तब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जांजगीर कलेक्टर आकाश छिकारा  से किया हैं और ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग किया हैं कि भविष्य के लिए गौ चरागन की जमीन को सुरक्षित रखा जाए, अब देखने वाली बात यह होगी की ग्रामीणों की मांग पर गौ चरागन की जमीन पर चखना सेंटर पर रोक लगाया जाएगा या फिर गौ चरागन की जमीन पर दबंगों सहित चखना सेंटर के ठेकेदारों का कब्जा होगा,

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