गौ तस्करी पर रोक लगवाने हेतु कटघोरा से कोरबा तक निकाली गई दंडवत यात्रा…एसपी व कलेक्टर को ज्ञापन सौंप किया उचित कार्रवाई कि मांग

कोरबा-कटघोरा/रिपोर्टर (फिरत दास महंत) गौ तस्करी के विरोध में आज सोमवार को कटघोरा से कोरबा तक दंडवत यात्रा गौ सेवको द्वारा निकाली गई, दंडवत यात्रा का मुख्य उद्देश्य कटघोरा क्षेत्र में लगातार चल रहे गौर तस्करी को बंद करने एवं आरोपियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर की गई, इसे हेतु कोरबा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी सोपा गया है।

बता दे की दुकालू राम केंवट और उसके पुत्र संतोष केंवट पर गौ तस्करी के गंभीर आरोप लगे हैं। यह परिवार पिछले 40 वर्षों से गौ वंशों की तस्करी में संलिप्त है और इस अवैध कार्य के लिए लोगो का भारी आक्रोश के साथ विरोध देखा गया।

सूत्रों के अनुसार, दुकालू राम और उसके पुत्र हजारों गायों को पैदल और वाहनों के माध्यम से विभिन्न कत्लखानों में भेज चुके हैं। हाल ही में 23 अप्रैल 2024 को ग्राम बिंझपुर (छुरी) में उनकी तस्करी पकड़ी गई थी, जिसमें गायों को भूखा-प्यासा रखा गया और उनके पास कोई मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं था। पुलिस की जांच में भी सही तरीके से कार्रवाई नहीं की गई और साधारण धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया, जिससे उन्हें जल्द ही जमानत मिल गई।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कोई उनकी तस्करी की शिकायत करता है, तो दुकालू राम और संतोष उसे जान से मारने की धमकी देते हैं। वर्तमान में वे खुलेआम गौ सेवकों को धमका रहे हैं और लाइसेंस की आड़ में तस्करी जारी रखे हुए हैं।

दुकालू राम केंवट का नाम कटघोरा क्षेत्र में अपराधी के रूप में मशहूर है और उसका खौफ पूरे इलाके में फैला हुआ है। उसका संबंध नौ राज्यों के तस्करों से है और वह तस्करों की केन्द्रीय कमेटी का सदस्य भी है। छत्तीसगढ़ में गौधन मुक्त अभियान के तहत वह और उसका पुत्र माफिया गैंग चला रहे हैं और तस्करी के लिए लाइसेंस के साथ-साथ स्लिपर सेल्स का उपयोग कर रहे हैं।

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि दुकालू राम केंवट और उसके पुत्र के लाइसेंस तुरंत रद्द किए जाएं और उनके जैसे भी अन्य मवेशी व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जो व्यापार की आड़ में तस्करी कर रहे हैं। इस कदम से गायों की तस्करी पर रोक लगाई जा सकेगी और क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बहाल किया जा सकेगा।

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