सीआरसी में विशेष विद्यालय में विशेष शिक्षक की भूमिका विषय पर हुआ सीआरई कार्यक्रम

खैरागढ़/स्टेट हेड (राशिद जमाल सिद्दिकी) राजनांदगांव में संचालित है सीआरसी केंद्र एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता मंत्रालय दिव्याँगजन सशक्तिकरण विभाग भारत सरकार के अन्तर्गत है संचालित
देश के अलग-अलग राज्यों से तकरीबन 78 प्रतिभागी सम्मिलित हुएकार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक स्मिता महोबिया ने किया और कार्यक्रम समन्वयक मेघा दुबे रही
खैरागढ़/राजनांदगांव. एन.आई.ई.पी. आईडी. सिकंदराबाद सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता मंत्रालय दिव्याँगजन सशक्तिकरण विभाग भारत सरकार के अन्तर्गत राजनांदगांव में संचालित सीआरसी केंद्र में विगत दिनों विशेष विद्यालय में विशेष शिक्षक की भूमिका विषय पर सीआरई कार्यक्रम का वृहद आयोजन संपन्न हुआ. गौरतलब है कि एन.आई.ई.पी.आई.डी. सिकंदराबाद सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता मंत्रालय दिव्याँगजन सशक्तिकरण विभाग भारत सरकार के अन्तर्गत संचालित सी.आर.सी. राजनांदगाँव छत्तीसगढ़ के केंद्र में विशेष विद्यालय में विगत दिनों विशेष शिक्षक की भूमिका विषय पर सुबह 10 बजे से दोपहर बजे तक सी. आर.ई. कार्यक्रम का आयोजन हुआ.

कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक स्मिता महोबिया ने किया और कार्यक्रम समन्वयक मेघा दुबे रही

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में देश के अलग-अलग राज्यों से तकरीबन 78 प्रतिभागी सम्मिलित हुए. इस बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ सीआरसी राजनांदगांव की निदेशक स्मिता महोबिया द्वारा किया गया एवं इस दौरान उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित भी किया. इस कार्यक्रम की समन्वयक मेघा दूबे ( पुनर्वास अधिकारी ) थी. इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सभी प्रतिभागी को अपने कार्य क्षेत्र विशेष शिक्षक के बारे में पालकों एवं लोगो को जागरूक करने एवं विशेष शिक्षा में दिव्याँग बच्चों को कैसे सहायता करना है इसकी विस्तार से महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गई. इस कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियो को भारतीय पुनर्वास परिषद् नयी दिल्ली के नियमानुसार ऑनलाइन वेबेक्स मीटिंग के माध्यम से पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर से तुलसी साव, सीआरसी राजनांदगांव से विशेष शिक्षक पुनीत राम साहू, स्पेशल एजुकेटर आकाश कुमार साहू, एवं मध्यप्रदेश के छतरपुर से सीआरसी की विशेष शिक्षक प्रीति यादव द्वारा विशेष शिक्षक क्या हैं और इनके दिव्याँगता के क्षेत्र में योगदान, दिव्याँग बच्चों के साथ क्या-क्या समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं और समावेशी शिक्षा में दिव्याँग बच्चों के लिए स्कूल में क्या प्रबंधन किया जाता है ये विस्तार से बताया गया. इस सीआरई कार्यक्रम में ऑनलाइन चार क्लास हुआ और सभी क्लास के बाद आर.सी.आई. नई दिल्ली के गाईड लाइन के तय नियम अनुसार ही परीक्षा लिया गया. इस सी.आर.ई. कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम की समन्वयक मेघा दूबे (पुनर्वास अधिकारी) द्वारा किया गया.  कार्यक्रम में इस अवसर पर चुनमुन मोहंती व प्रेरणा सीआरई सहित सीआरसी केंद्र राजनांदगांव के अन्य सदस्यगण भी मौजूद रहे।

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