
जांजगीर चांपा/रिपोर्टर(दीपक यादव) जांजगीर चांपा जिला में शासन के निर्देशानुसार अब साला प्रवेश उत्सव को लेकर प्रशासन अपनी-अपनी तैयारी में जुटी है

लेकिन शिक्षा विभाग इसको लेकर अब भी किसी तरह संजीदा नहीं है जांजगीर चांपा जिला में सैकड़ो स्कूल खंडहर है तो कई स्कूल भवन और शिक्षक विहीन है क्योंकि आज ही शाला प्रवेश उत्सव का पहला दिन होगा और ऐसे में सरकारी स्कूल की स्थिति बाद से बदतर है जिस पर जो प्राइवेसी छात्र-छात्राएं को भारी मुश्किल का सामना करना होगा खंडहर स्कूल में बैठकर छोटे बच्चों की पढ़ाई करना अब शासन के मंशानुरूप नही हो पाएगा

चूंकि शिक्षा विभाग में ग्रीष्म कालीन छुट्टी के बीच के समय भी स्कूल की मर्म सही में अधिक खर्च की निर्माण को पूरा नहीं कर सके पैसे में जो प्राइवेसी छात्र-छात्राएं अब टपकती हुई छत के भीतर पढ़ने मजबूर होंगे वही पालक को अब इस बात की डर सता रहे की आखिर छोटे बच्चो को बिना रख रखाव के स्कूल में कैसे भविष्य का निर्माण होगा मीडिया ने जब स्कूलों का जायजा लिया जिस भवन में बच्चो को पढ़ाया जाता है

उसके सामने मरा हुआ बिच्छू था और भीतर किसी कूड़े दान से कम नही दिख रहा अब ऐसे में शिक्षा विभाग की इस तरह की लापरवाही पर किस तरह सुधार होगी यह देखने वाली बात होगी