
विभागीय स्टॉल से माध्यम से लोगों को मिल रही है योजनाओं की जानकारी
बलरामपुर/(आफताब आलम) तातापानी महोत्सव में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा स्टालों के माध्यम से विभागीय योजनाओं की उपलब्धियों की प्रदर्शनी लगाई गई है। आदिवासी विकास विभाग द्वारा प्रदर्शनी में आदिवासी के पूजा एवं श्रद्धा स्थल देवगुड़ी का प्रदर्शन करते हुए आदिवासियों के सांस्कृतिक, धार्मिक रूप से संजोए हुए पारंपरिक वाद्य यंत्रों, बांस से बनी कलाकृतियां की झलकियां दिखाई गई है। ट्राइबल फूड स्टॉल के माध्यम से आदिवासी बाहुल्य जिलों की परंपरा, उनके रहन-सहन और स्थानीय जीवन को प्रदर्शित किया जा रहा है।

इसके माध्यम से आदिवासी संस्कृति और जीवनशैली को दर्शाया गया है। पारंपरिक कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कुम्हारों द्वारा पारंपरिक माटी-चाक के माध्यम से मिट्टी के बर्तन बनाने की कला का जीवंत प्रदर्शनी में लोगों ने खासा दिलचस्पी दिखाई।

इस प्रदर्शनी में कुम्हारों की अद्वितीय कला और उनके द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के बर्तनों एवं अन्य उपयोगी वस्तुओं को रखा गया है। रोजगार के नए अवसर एवं क्षेत्र की ओर लोगों को प्रोत्साहित करने सूत कातने की पारंपरिक विधि और चरखा का प्रदर्शन किया गया। श्रृंगार सदन स्टॉल के माध्यम से लाइव बैंगल और

चुड़ियां बनाने की विधि का प्रदर्शन किया जा रहा है। कलाकार अपनी कारीगरी और अनुभव के साथ बैंगल और चुड़ियों को बनाने की प्रक्रिया को दिखा रहे है।मिलेट कैफे के माध्यम से स्थानीय मिलेट की खेती और उनसे बने स्वादिष्ट भोज्य पदार्थों को प्रदर्शित किया गया है मिलेट की खेती से कृषि क्षेत्र में विविधता के साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
