
जांजगीर चांपा/संवाददाता (रजनी मानिकपुरी) क्षेत्र के हनुमान धारा में एक व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण की ऐसी मिसाल पेश कर रहा है, जो सभी को प्रेरित करती है। विश्वकर्मा नाम के इस व्यक्ति ने अब तक 2000 से ज्यादा पेड़ लगाए हैं। लेकिन उनका काम सिर्फ पेड़ लगाकर खत्म नहीं होता—वे हर दिन सुबह 5 बजे साइकिल में दो डिब्बों में पानी भरकर निकलते हैं, और लगभग 1 किलोमीटर दूर जाकर इन पेड़ों को पानी पिलाते हैं।

चांपा में भीषण गर्मी के बावजूद, विश्वकर्मा रोज़ सुबह और शाम नियमित रूप से पेड़ों की देखभाल करते हैं। उनका यह जुनून पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी, आर्थिक लाभ और पारंपरिक ज्ञान से प्रेरित है।
काजल कसेर, समाज एवं पर्यावरण एक्टिविस्ट,का कहना है कि”पेड़ लगाना सिर्फ एक काम नहीं, ये हमारी ज़िम्मेदारी है। विश्वकर्मा जी जैसे लोगों से समाज को सीख लेनी चाहिए। वे निस्वार्थ भाव से जो कर रहे हैं, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए वरदान साबित होगा।,,,
