
बलरामपुर/(आफताब आलम) बलरामपुर जिले के राजपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत नरसिंहपुर के लिपिलिपिडाँड़ स्थित गागर नदी में मछली मारने गए पहाड़ी कोरवा की नदी में डूबने से मौत हो जाने के बाद आज बारह दिन बाद प्रशासनिक टीम के कड़ी मशक्कत के बाद उक्त पहाड़ी कोरवा के शव को बरामद करने में सफलता पाई है।

प्रशासनिक टीम सहित एसडीआरएफ की टीम हर तरह से पहाड़ी कोरवा के शव को बरामद करने में जुटी थी परंतु पहाड़ी कोरवा के शव बरामद नहीं कर सकी थी। जिसके बाद बुधवार को जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुँचे एवं घटना स्थल का मुआयना कर एसडीआरएफ की टीम एवं अन्य प्रशासनिक टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।
करीब 13 दिनों पूर्व 18 फरवरी को नरसिंहपुर निवासी पहाड़ी कोरवा अमीर साय उर्फ सूडुआ नरसिंहपुर के लिपिलिपिडाँड़ स्थित गगर नदी पर मछली मारने के दौरान डूब गया था। जिसके बाद प्रशासनिक टीम सहित एसडीआरएफ की टीम पहाड़ी कोरबा को ढूंढने में लगे रहे परंतु पहाड़ी कोरवा का शव को बरामद नहीं कर सके। बुधवार को बलरामपुर जिले के कलेक्टर रिमीजीयूस एक्का सहित पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह घटना स्थल पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने रेस्क्यू में लगे एसडीआरएफ टीम व अन्य प्रशासनिक को पानी खाली कर पहाड़ी कोरवा के शव को ढूंढने का आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। बलरामपुर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश के बाद रेस्क्यू टीम ने चैन पुलिंग जेसीबी मशीन व ट्रेक्टर एवं बड़ी बड़ी पम्प लगाकर शुक्रवार को सुबह से घटना स्थल के पानी को खाली किया गया।पानी के कम होते ही रेस्क्यू टीम ने झग्गर के सहारे करीब 20 फुट सुरंग के अंदर से शव को निकालने में कामयाबी पाई। करीब 2 सप्ताह बाद आज शुक्रवार पहाड़ी कोरव के शव को बरामद करने के बाद रेस्क्यू टीम एवं अन्य प्रशासनिक टीमों ने राहत की सांस ली है।रेस्क्यू टीम ने शुक्रवार को लगभग 1 बजे उक्त पहाड़ी कोरवा के शव को वरामद करने में सफलता हासिल की।