
बलरामपुर/(शोएब सिद्दिकी) शहर के हृदय स्थल गुदरी बाजार में लाखों रुपए की लागत से एक स्थायी सेड का निर्माण नगर पालिका परिषद बलरामपुर द्वारा कराया गया था। इस निर्माण का उद्देश्य सब्जी बाजारों में लोगों कोऔर सब्जी विक्रेताओं को धूप और बारिश से सुरक्षा देना था। लेकिन आज यह सेड पूरी तरह से गायब हो चुका है — न इसकी छत है, और न ही बने हुए सेड के ढांचे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह निर्माण कार्य नगर पालिका के तत्कालीन अधिकारियों की निगरानी में हुआ था, पर आज यह सवाल बना हुआ है कि सेड आखिर गया कहाँ? क्या यह जानबूझकर हटाया गया या किसी असामाजिक तत्वों द्वारा चोरी कर लिया गया ?

अगर चोरी हुई तो क्या तत्कालीन नगर पालिका अधिकारी ने कोई लिखित शिकायत की या नहीं!
यह भी गंभीर सवाल है कि जब इतनी बड़ी राशि खर्च की गई थी, तो इसकी निगरानी क्यों नहीं ?
आखिर किसकी है लापरवाही?
गुदरी बाजार की मौजूदा स्थिति यह दर्शाती है कि नगर पालिका प्रशासन की ओर से जनता के पैसों का भारी दुरुपयोग हो रहा है। जिस जगह लाखों की लागत से एक खूबसूरत सेड खड़ी थी, वहां आज सिर्फ उजड़े हुए प्लास्टर, उखड़ी हुई दीवारें और जंग खाए लोहे के ढांचे थोड़े बहुत बचे हैं।

अब देखने वाली बात यह है कि क्या खबर प्रकाशन के बाद वर्तमान नगर पालिका परिषद के अधिकारी इस पर कोई संज्ञान लेते भी हैं या नहीं।
