
ठेकेदार की मिलीभगत से इंजीनियर ने बहाया सरकारी धन, सड़क नहीं बना घोटाले का रास्ता!
बलरामपुर/(शोएब सिद्दिकी) नगर पालिका परिषद बलरामपुर के विभिन्न वार्डों में हाल ही में बने बीटी सड़कों की दुर्दशा ने निर्माण कार्यों की सच्चाई उजागर कर दी है। जगह-जगह उखड़ चुकी सड़कें और गड्ढों में तब्दील रास्तों ने नगरवासियों को भारी परेशानी में डाल दिया है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का उपयोग कर मानकों को ताक पर रखा गया। यह सब कुछ नगर पालिका इंजीनियर और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से संभव हुआ है। ठेकेदारों ने खुली छूट में मनमाने तरीके से काम किया और शासन की राशि को चूना लगा दिया।
स्थानीय नागरिकों ने इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की गंध पाई और कहा कि इंजीनियर और अधिकारियों की मिलीभगत के बिना ऐसा संभव नहीं। नागरिकों ने सीधे तौर पर प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।

अब जनता ने उठाई जांच की मांग प्रशासन एक्शन ले!
नगरवासियों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है और जिला प्रशासन से अपील की है कि-
निर्माण कार्यों की तकनीकी जांच कराई जाए
जिम्मेदार इंजीनियर और अफसरों को निलंबित किया जाए
घटिया निर्माण में शामिल ठेकेदारों पर कार्यवाही की जाए
नगरीय प्रशासन खुद संज्ञान लेकर ऑडिट और विजिलेंस जांच कराए
कई लोगों ने कहा कि:- यह सड़क नहीं, सिस्टम की नाकामी का प्रतीक है-अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई तो यह भ्रष्टाचार पूरे शहर को निगल जाएगा।

