ग्राम सोनपुरी में जनसंवाद से झलका राज्यपाल का जमीनी सरोकार

पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सहभागिता—राज्यपाल रमेन डेका का समर्पित प्रयास

खैरागढ़/(राशिद जमाल सिद्दिकी) छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका का दो दिवसीय खैरागढ़ प्रवास उनके सामाजिक सरोकारों और जमीनी समझ का प्रमाण बन गया। अपने दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन आज गोद लिए गांव सोनपुरी में उन्होंने जिस तरह से ग्रामीणों से सीधे संवाद कर योजनाओं की समीक्षा की, उससे एक सहभागिता-आधारित विकास की दिशा स्पष्ट हुई।

एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान से शुरुआत

राज्यपाल ने अपने दौरे की शुरुआत सोनपुरी गांव में मौलश्री का पौधा लगाकर की। उन्होंने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण को मातृप्रेम और प्रकृति से जोड़ते हुए अधिकाधिक वृक्षारोपण की अपील की।

जनसंवाद: संवाद से विश्वास तक

पंचायत भवन परिसर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में उन्होंने सरपंच, स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और ग्रामीणों से सीधे संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा,
“जब मैंने इस गांव को गोद लिया है, तो इसका समग्र विकास मेरा दायित्व है — लेकिन यह तभी संभव है जब आप सभी साथ मिलकर सहयोग करें।”

उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन पर ग्रामीणों से फीडबैक लिया और तीन माह के भीतर सभी विकास कार्यों की पुनः समीक्षा का भरोसा दिलाया। इस दौरान कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल ने ग्राम सोनपुरी में अब तक किए गए  विकास कार्यों की जानकारी दी।

स्थानीय समस्याओं पर त्वरित पहल

चकबंदी समस्या: ग्रामीणों द्वारा उठाए गए चकबंदी के मुद्दे पर उन्होंने रायपुर स्थित उच्चाधिकारियों से बात कर समाधान का आश्वासन दिया।

पानी संकट: गांव की जल समस्या के समाधान हेतु सिद्ध बाबा जलाशय के  नहर लाइनिंग के माध्यम से सोनपुरी गांव में पानी पहुंचाने के लिए छोटी नाला का प्रस्तावित है,

महिला समूह भवन: बिहान समूह की सदस्य श्रीमती नीलेश्वरी वर्मा द्वारा भवन की मांग पर उन्होंने महिला समूह हेतु भवन स्वीकृत करने का आश्वासन दिया।

स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में पहल

राज्यपाल ने गांव में ओपन जिम की स्थापना के निर्देश दिए, जिसे विधायक  यशोदा वर्मा ने सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस पहल से युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का अवसर मिलेगा।

शिक्षा और साक्षरता के लिए पुस्तकालय और अभियान

राज्यपाल ने राइस मिल एसोसिएशन के सहयोग से गांव में लाइब्रेरी स्थापित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने ग्रामवासियों को हस्ताक्षर योग्य बनाने के लिए विशेष साक्षरता अभियान चलाने की बात कही।
उनका लक्ष्य: गांव को पूर्ण साक्षर और आत्मनिर्भर बनाना।

आजीविका संवर्धन की राह पर

राज्यपाल ने ग्रामवासियों को जैविक खेती, बुनकर कार्य, मत्स्य पालन, दुग्ध उत्पादन जैसे क्षेत्रों में सहकारी समितियों से जुड़ने का सुझाव दिया। राज्यपाल के सचिव एवं सहकारिता विभाग के प्रमुख श्री सी.आर. प्रसन्ना ने इसके लाभों की जानकारी भी दी।

स्वच्छता और नारी सहभागिता की मिसाल

राज्यपाल ने महिलाओं को स्वच्छता अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने असम का उदाहरण देते हुए बताया कि वहाँ की महिलाएं नियमित श्रमदान कर गांव की सफाई करती हैं — ऐसी पहल सोनपुरी में भी हो सकती है।
तीन माह बाद होगी योजनाओं की समीक्षा

राज्यपाल ने घोषणा की कि ग्राम स्तर पर संचालित सभी योजनाओं की तीन माह के भीतर पुनः समीक्षा की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की कमी मिलने पर त्वरित सुधार सुनिश्चित किया जाएगा।

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