
बलरामपुर ज़िले के विकासखंड कुसमी के ग्राम पंचायत मड़वा अंतर्गत स्थित प्राथमिक शाला घोड़ासोत से शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।
हमारे रिपोर्टर जब विद्यालय पहुंचे तो बच्चों से सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्न पूछे गए—जैसे देश के प्रधानमंत्री का नाम—जिसका कोई सही उत्तर नहीं मिला।
लेकिन सबसे हैरान करने वाला दृश्य तब सामने आया जब वहीं मौजूद दो शिक्षक और एक प्रधान पाठक से देश के प्रधानमंत्री, छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री, कलेक्टर और एसपी का नाम पूछा गया—तो वे भी निरुत्तर रह गए।

और यही नहीं—जब उनसे Eleven, Eighteen, Nineteen जैसे साधारण अंग्रेजी शब्दों की Spelling लिखने को कहा गया, तो तीनों शिक्षक गलत स्पेलिंग लिख बैठे।
यह स्थिति न केवल शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है, बल्कि बच्चों के भविष्य पर भी खतरे की घंटी है।

इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद सवाल यह है कि प्रशासनिक निगरानी कहां है?
क्या ऐसे शिक्षक बच्चों को बेहतर भविष्य की ओर ले जा पाएंगे?

जब इस विषय पर जिला शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
